प्रेम के सान्निध्य में संपूर्ण बहकर रिक्त स्थान यथार्थ रूप से भर दो , प्रेम के सान्निध्य में संपूर्ण बहकर रिक्त स्थान यथार्थ रूप से भर दो ,
घृणा से दूर संपूर्ण साथ रहेंगे पूर्ण जीवन घृणा से दूर संपूर्ण साथ रहेंगे पूर्ण जीवन
विघ्नों कि चाहे झड़ी लगे पर उनका प्रणय होता है।।। विघ्नों कि चाहे झड़ी लगे पर उनका प्रणय होता है।।।
प्रणय निवेदन को कविता बहुत काम आ सकती है। प्रणय निवेदन को कविता बहुत काम आ सकती है।
प्रेम की भाषा हृदय को जोड़ती है । प्रेम की भाषा हृदय को जोड़ती है ।
रोम रोम को झंकृत कर देने की शक्ति समाहित किये हुऐ आपके प्रिय कवि विद्रोही का श्रृंगार और करुण रस का ... रोम रोम को झंकृत कर देने की शक्ति समाहित किये हुऐ आपके प्रिय कवि विद्रोही का श्र...